आपां

आपस में लड़ां

जूतम-फाग करां

पण जिण सूं डरां

वांनै

हां-जी, हां-जी

करां।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत ,
  • सिरजक : मदनमोहन पड़िहार ,
  • संपादक : दीनदयाल ओझा