जद देखी बण फोटू

जिण में

म्हारो भाणजो खेलै हो

आपरै हाण री सरदारणी साथै।

बण म्हनै भेज्यो

दुनिया रो सै सूं छोटो प्रीत पानड़ो-

‘अेक दिन

उड़ जासी

अणथाग आभै

अर भूल जासी खेल'।

स्रोत
  • सिरजक : दुष्यंत ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी