दयानंद सरस्वती रा घण हेताळु गुणीसर

दयानंद रा केई शास्त्रार्थ रा सिरै पाटवी वक्ता

भगवती बरवड़ी री वंश वेल रा रूपाळा फूल

किशनसिंह बारहठ सुतंतरता रा महान जिग में

आहुति देवणियां में अगवाणी रह्या

आजादी री पौसाळ रा पढेसरी री पांत करी त्यार

जबरौ जोरावर

नाम जोरावर

काम जोरावर

गौरां नैं गरणाटै चढाय दिया

गिरफ्दारी रौ वारंट लियां लियां फिरता रह्या

तामील सारू तकता रह्या—

कोटा कांड

निमेज कांड

हार्डिंग बम कांड दिल्ली

रा खास करणहार

अंग्रेजी राज री सवारी चांदणी चौक पौचतां

जोरावर हथगोळौ हबेड़ियौ

ला'ट हार्डिंग रौ महावत मरगौ

पण इणरी जोड़ायत रौ सवाग बाकी व्हेण सूं बचगौ

गौरा गुणतीस बरस फिरता रह्या

गिरफ्दारी वारंट तामील सारू

जकां रा राज रौ सूरज नीं आथमतौ

ऐड़ा टणकेल राणी रा राज रा…!

स्रोत
  • सिरजक : राजेन्द्र बारहठ ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी