कांटै नै दाबती
जूती बोली-
‘मरीलिया!
म्हैं तेरै के सारै हूं’।
घायल कांटो
पडूत्तर दियो-
‘छागटी!
म्हैं जात को कांटो हूं
मरयोड़ा नै कोनी सतावूं’!