हांसी रा घणा टाईप हुवै

मिनख अेकलै सूं लेय'र

भरी गुवाड़ तक मांय हांस लेवै

पण हांसी रो बो टाईप जिको म्हैं देख्यो

म्हारी कालोनी रै लोकां रै मूंडां

जद बै थोबै हाथ लगायनै

भीतर सूं दांत तिड़कांवता

करै हा कानाफूसी

कै ईण सा'रलै घर रो टींगर

कीं री छोरी लेयनै भाजग्यो

रे मिनखां

टाईप हांसी रो

भोत घणो भयानक हुवै है।

स्रोत
  • सिरजक : अनिल अबूझ ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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