छिण तांई कोनी

घड़ी पलक कोनी

जीवण तांई कोनी

मौत रै पछै—

म्हैं जीवण चावूं।

मून री आवाज बण

सबदां री साज बण

मानखां री काण बण

नुवां जुग आगीवाण बण

आपणी पिछाण बण

म्है जीवण चावूं।

हिया रो हेत बण

भेळापा में रेत बण

जीवण रो सत बण

मौत रो खत बण

म्है जीवण चावूं।

मायड़ रो अचरज बण

आभै रो सूरज बण

अबखायां काळ बण

मौत रो जंजाळ बण

म्है जीवण चावूं।

प्रेम रो पालणो बण

खुसी रो मांडणो बण

इतियास री रेख बण

ताबूत री मेख बण

म्है जीवण चावूं।

स्रोत
  • पोथी : हूंस री डोर ,
  • सिरजक : हरीश सुवासिया ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी ग्रंथागार, जोधपुर
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