कोरनी कर्योड़ी

जूनी-बोदी भींत

फूटरा-फूटरा आळां नै

आपरै मांय अंगेज्योड़ी

जाळ्यां-झरोखां सूं

अळगी होय

गैंत्यां रा घमीड़ खाय

धड़ाम सूं पड़गी

जमीन पर

खिंडगी उण री अेक-अेक ईंट।

आपरै इतियास नै

आपरै साम्हीं

ढिगलो बणतो देख'र

बाको फाड़ आरड़ी

बसका भरती हे'ली।

स्रोत
  • सिरजक : संजय आचार्य 'वरुण' ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी