थूं!
कुण 'र
कांई है?
म्हनैं
इणरौ पडूत्तर नीं चाईजै
पण
म्हारौ जीव तो
इण बात सूं दुख पावै
साची-साची बता-
अे चांद!
थूं
अमावस नै कठै जावै।