नीं नीं करता भी

छब्बीस जनवरी नै

भूचाल आई ग्यौ

कोई हापड़ र्यौ

कोई पूजा कर र्यौ

नाना नाना टाबरां नै खाई ग्यौ

भूचाल रै बाद रौ नजारौ

और भी भयानक हौ

मिनखां रा घर बार लुट ग्या

परिवार बाळा ऊं साथ छुट ग्या

कतराई बेघर व्हैई ग्या

रोता बिळखता रैई ग्या

असा में भी मिनख

मिनख नै नीं छोड़्या

दब्योड़ा मिनखां नै

बचावा नै दौड़्या

जणी मूं कतराई तौ लुटेरा हा

जणारी आत्मा तक मरगी

वणा रै स्वारथ री तराजू

पाप रा समन्दर में तरगी

मिनखां नै वचावा रै

बहानै पोंच ग्या

मुरदा सरीर रा

गैणा नोच ग्या

अड़ै भड़ै री चीजां

वटोरवा लाग्या

मर्या मिनखां रा

सामान चोरवा लाग्या

चीखवा चिल्लावा री

आवाज आई री ही

पण वणां नै तो मिनखां री

जान ऊं भी ज्यादा

चीजां भाई री ही

वगड्यौ

मिनख जमारौ आई ग्यो

नीं नीं करता थकां

भूचाल

लाखां मिनखां नै खाई ग्यौ।

अबै सुणौ

अणी रै बाद रौ नजारौ

के जीं भूचाल रौ नजारौ

वणां कई कई वरणन कर्या

भूचाळ आवतां नै

सबूं पैली तौ असौ लाग्यौ

जाणै चक्कर आई र्या है

जणा रै बलड परेसर हौ

वीं जाण्या कै बलड परेसर ऊं

धक्का खाई र्या है

दूध चाय री भगुनियां

हालवा लागगी

टेबल कुरसियां घर आंगणां में

चालवा लागगी

डबल बैड पै

सूता मिनख जाण्या

सावण रा हिंडा खाई र्या है

खड़ खड़ असौ वाज्यौ

जाणै रेल में जाई र्या है

लुगायां छोर्यां

नाइटी अनै मैकस्यां छोड़

साड़िया पैरवा लागी

भारती संस्कृति आई गी

पाश्चात्य संस्कृति परी भागी

भूचाळ रौ हादसौ

पाश्चात्य संस्कृति नै खाई ग्यौ

नीं नीं करतां भी

छब्बीस जनवरी नै

भूचाळ आई ग्यौ।

अबै सुणौ के भूचाळ रै बाद

मन्तरी जी कंई कीधौ

भूचाळ ऊं सैर में

सोक री लैर छोड़गी

कतराई मन्तर्यां री लाईन

सहानुभूति जताई नै

हाथ जोड़गी

मन्तरी

पतरकार सम्मेलन बुलायौ

पण अेक भी आंसू नीं बैवायौ

पण अेक भी आंसू नीं बैवायौ

टेलीविजन वाळां रौ

इन्तजार कर र्या

सोचर्या के अेक दाण

रोवणौ पड़ै तौ हाऊ

दो दाण मगरमच्छ रा

आंसू कठै ऊं लाऊं

मन्तरी जनता नै

मूरख बणाई ग्यौ

मिली जुली सरकार वणाई

ज्यूं नीं नीं करता

संसद में भूचाळ आई ग्यौ।

भूचाळ रै बाद सहायता

अनै मदद री वात आई

अड़ै भड़ै रा मिनख

खूब राहत सामगरी पोंचाई

आप नै कांई वताऊं

मिनख सेकण्ड हैण्ड गाबा

विदेसी माल में लाई नै पैरता

वणा फाटा गाबा री गांठर्यां

झट झट वणाई लीधी

अनै दिवाळी री सफाई

होळी पैई करी लीधी

असौ सुनहरौ मौको

कणी नीं छोड्यौ

दानवीर करण वणी नै मीनख

अटाळा लेई नै दौड्यौ

ट्रकां भरगी

राहत सामगरी देखी नै

पीड़ित जनता डरगी

मिनख जनता डरगी

हाथ धोया

पीड़ित मिनख

राहत सामगरी देखी नै

अेक दाण और रोया

भूचाळ ऊं मौत रौ

तांडव छाई ग्यौ

अनै राहत सामगरी रौ भूचाळ

चौरायां पै आई ग्यौ।

अबै न्यारा न्यारा जणां रा

विचार सुणौ के

कणी कंई कयौ

खिलाड़्यां कयौ

यौ तौ परकरति रौ खेल है

म्हां विकेट उड़ावा

भूचाळ मिनखं नै उड़ाई ग्यौ

नेता कयौ

म्हां तौ करोड़ां दबावां

यो लाखां नै दबाई ग्यौ

बिल्डर हल्कौ माल लगाईनै

पईसा खाई ग्यौ

पूजारी जीवणौ मरणौ

ऊपर वाळा रै हाथ में कैई नै

आपणौ रंग जमाई ग्यौ

नीं नीं करता भी

भूचाळ आई ग्यौ

नीं नीं करता भी

अेक दो नीं

निरदोस

लाखां मिनखां नै खाई ग्यौ।

स्रोत
  • पोथी : आंगणै सूं आभौ ,
  • सिरजक : नीता कोठारी ,
  • संपादक : शारदा कृष्ण ,
  • प्रकाशक : उषा पब्लिशिंग हाउस ,
  • संस्करण : प्रथम