बादळ

थूं इत्तो झुकग्यो

धरती माथै

इत्तो झुकग्यो

कै लागै

थूं इणनै

बूकियो झाल

आभै में

ले उडणो चावै

पण अैड़ी गळती

मत करजे

बादळ

बठै थनै

बो करण सारू

जिको थूं चावै

कुण देवैला ओटो?

क्यूंकै

बठै तो पिद्दी मान तारै रै

सिर माथै छात कोनी

थूं

कम भोळो नीं बादळ

इत्तो नीं जाणै

कै आं दिनां

पाताळ वाळा सगळा कमरा

खाली है

अर ‘सेफ’ ई।

स्रोत
  • पोथी : म्हैं अन्नदाता कोनी ,
  • सिरजक : रामस्वरूप किसान ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन ,
  • संस्करण : प्रथम