कांई काढ़सी

कुरेद'र

जूनै बगत री

अकूरड्यां?

कठै लाधसी

संबूक रौ सिर

एकलव रौ अंगूठौ?

हुग्या जका

आप रै

जुग-धरम रै

परिपेख में

पुरुषोत्तम-नरोत्तम

कांई हुसी

वाने कस्यां

आज री

कसौटी पर?

आगलौ काल

फेर झुठा देसी

नुंई कूंत नै

अर ईयां

कोनी नीवड़ै कदैई

नुंई अर जूनी

कुंठावां रौ

अंतहीण विवाद।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत ,
  • सिरजक : कन्हैयालाल सेठिया ,
  • संपादक : तेज सिंघ जोधा