बात माथै रूसणौ

दे’यर जावै

सबक ऊमर सारू।

पण

बिना बात रौ रूसणौ

घड़ी-घड़ी,

बणाय देवै

बेपरवा आगला नै

मतै

हमेस सारू।

स्रोत
  • पोथी : आळोच ,
  • सिरजक : डॉ. धनंजया अमरावत ,
  • प्रकाशक : रॉयल पब्लिकेशन, रातानाडा, जोधपुर (राज.) ,
  • संस्करण : प्रथम
जुड़्योड़ा विसै