मुरगो,

काच खावै

अर मुरगै नै खावै आदमी

तो

आदमी अचम्भो करै

अरै,

मुरगो काच खावै!

स्रोत
  • पोथी : आ बैठ बात करां ,
  • सिरजक : रामस्वरूप किसान
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