बलबलता आग रा गोला

मुठ्यां में दाब्या

आपी वणी दन

चौराया सूँ

बीछड़्या हा

म्हूं न्हीं जाणूं के

थां वणी आग सूँ कई कीधो

म्हारे ताईं आग रो

मतलब है

बलबो, बलबो अर बलबो।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : भगवतीलाल व्यास ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन
जुड़्योड़ा विसै