म्हारै बाळपणै में

कोई उणियारो

म्हारै मांय

इण भांत डूंगो उतरग्यो

जिकै रै खातर

म्हैं धरती अर आभो

अेक कर दिन्यो

पण...

बात नीं है

कै बो उणियारो हुवै नीं

पण म्हारै बस री बात नीं

म्हैं जित्तो उण कानी चालूं

आभो पसरतो जावै

अर बो

हरमेस आभै रै आगै।

स्रोत
  • पोथी : नेगचार पत्रिका ,
  • सिरजक : अनुराग ,
  • संपादक : नीरज दइया ,
  • संस्करण : अंक-16