महकै अंब मोरावल्यां, डहकै खग म्रग डार।
लहकै कुसमां जुत लता, गहकै भ्रमर गुंजार।
गहकै भ्रमर गुंजार क उपमा राग सी।
मनहु रिझावत मदन बजावत बैण सी।
उचरै पिक आलाप सरस ऊँचे सुरां।
गावण रीझ गुलाब करै चिटकी करां॥