अरबुद अक आडावळो जोड़ न पूगै जास।
तर गिरवर अलवर तणा किनां बियौ कैलास।
किनां बियौ कैलास अनड़ इण भांत रा।
पाहण पाहण पूर झरै गिर नीझरां।
खोह खोह खरळाट सरित पूगै सरां॥