म्हैल माळियां रो मोद मुकै
तो म्हारी गुवाड़ी आ देखी।
हाथां बणायै घर नै कदी
साम्हीं आँख फुड़वा देखी।
आपरै हाथां पाळी-पोखी
फेर जै'र पिला देखी।
धुड़कै लोहीझिराण अेकलो
ताडै पूत रूळा देखी।
पसुवां मांय परम ढूढतो
जूण रो मोल फळा देखी।
जै मूण्डै सरम हुवै मिनखां
म्हानै मिनखां रळा देखी।