धाप गावै गीत मनड़ो गावणी में

खा पतासो जीव अटकै पावणी में

इण भरोसे खेत चीरां मुरधरा रा

मेह बाबो मौज करसी सावणी में

कुण भळाया अे चरू इण बायरी नै

हेत हिवड़ै ले बधावा लावणी में

मन कड़ूल्यो पैर लेवै मनमतै

पांगळी डोपर बधै नित दावणी में

इण हिया रो बख बळीतो जाय छेटी

गैल भूलै बात हिरदै आवणी में

मां जसोदा मत सुवाणै आज म्हानै

नींद सुपना जीव जावै जावणी में

कुण बजावै आज बंसी देख 'मोहन'

साव झूठा न्यावटा समझावणी में

स्रोत
  • सिरजक : मोहन पुरी