धुण! धुणक धुण धुण

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रुई पिंजारा धुण!

धुणक धुण, रुई पिंजारा धुण!

सोनै रौ थारौ बण्यौ पीजणौ, रूपे री है तांत

तुणक तुण तुण

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रुई पिंजारा धुण!

पोह रौ पाळौ पड़ण लागग्यौ, स्रम सूं मुंह मत मोड़

डांफर बाजै माणस कांपै, भरौ रजाई सोड़

भोळिया सुण!

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रुई पिंजारा धुण!

आली-गीली ल्याव कामड़ी, रुई काकड़ खावै

कामचोर कद जीवै जमीं पर, अड़क मौत मर जावै

बता कुण कुण?

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रुई पिंजारा धुण!

मिनखां में तूं मिनख अकलौ, हिम्मत मन ना हार

सात्यूं सुर तेरै अेक तार में, धरती नै सिणगार

कांम नै गुण!

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रुई पिंजारा धुण!

चन्नण रौ थारौ बण्यौ पीजणौ, रेसम री है तांत

तुणक तुण तुण

धुणक धुण धुण रे पिंजारा, रूई पिंजारा धुण!

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : गजानंद वर्मा ,
  • संपादक : गौतम अरोड़ा ,
  • संस्करण : प्रथम