भरथरी सतक

भरथरी सतक

राजा भरथरी
  • 1994
  • राजस्थानी साहित्य संस्थान, जोधपुर

पैली रै टैम भरथरी रै नांव सूं अेक वैरागी संत हुईया, उणां नीति, सिंणगार नैं वैराग माथै संस्कृत भासा मैं तीन सतक लिख्या, ज्यारौं संग्रै 'भर्तृहरिशतकत्रयम्' नांव सूँ करीज्यौ। उण संग्रै रौ 'भरथरी सतक' रै नांव स्यूं डाॅ• वेंकट शर्मा नैं उथळै करयौ है।