रिधपति सिधपति सीलपति, सुरपति सदा सहाय।

गति दाता गोविंद सुमरि,गोकल हरि गुण गाय॥

स्रोत
  • पोथी : पोथो ग्रंथ ज्ञान - संग्रह ग्रंथ (अवतार की विगत) ,
  • सिरजक : गोकल जी ,
  • प्रकाशक : जांभाणी साहित्य अकादमी, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण