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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
पचै तो अन्न सराहिये
उम्मेदराम बारहठ
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पचै
तो
अन्न
सराहिये,
जोबन
गत
बनिताह।
रण
जीते
भट
कृषण
कूं,
आये
सदन
सराहि॥
स्रोत
पोथी
: उम्मेद ग्रन्थावली
,
सिरजक
: उम्मेदराम बारहठ
,
संपादक
: डॉ. मंजुला बारैठ
,
प्रकाशक
: कलासन प्रकाशन, बीकानेर (राजस्थान)
,
संस्करण
: प्रथम