नैणां भरियो नीर है, अधरां पे आलाप।

जीवन रै चितराम पै, ज्यूं मिरतू री छाप॥

स्रोत
  • पोथी : सूळी ऊपर सेज ,
  • सिरजक : कविता किरण ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन