नहीं गुरू की जेवड़ी, ना चेलां की आस।

खूंटो छो जे उपड़ग्यो, मिटी भरम की फांस॥

स्रोत
  • पोथी : आंथ्योई नहीं दिन हाल ,
  • सिरजक : अम्बिका दत्त ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन