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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
नाद जोतिग वांचिया
कील्हजी चारण
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नाद
जोतिग
वांचिया,
सांसै
पड्यौ
सरीरा।
आंसू
नाखै
मोर
ज्यूं,
नीणै
झुरवै
नीर॥
स्रोत
पोथी
: पोथो ग्रंथ ज्ञान
,
सिरजक
: कील्हजी चारण
,
संपादक
: कृष्णानंद आचार्य
,
प्रकाशक
: जांभाणी साहित्य अकादमी, बीकानेर
,
संस्करण
: प्रथम