मन की मटकी धोइकै, भरिये जळकूं छाण।

परम पदारथ मिले, जेसूं सीतल होवै प्राण॥

स्रोत
  • पोथी : आंथ्योई नहीं दिन हाल ,
  • सिरजक : अम्बिका दत्त ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन