गेहूं बाजर मोठ मुंग, तुंवर मटर चिणेह।

साळ नीपजै सांवठी, ओरूं मसूर अछेह॥

मकी जवारी कोदरा, सांवो उड़द कपास।

चंवळा तिल चीणौ घणौ, अन सह निपजै जास॥

स्रोत
  • पोथी : गज उद्धार ,
  • सिरजक : महाराजा अजीतसिंह ,
  • संपादक : नारायण सिंह भाटी ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी शोध-संस्थान चौपासनी, जोधपुर।