दया दान अरु दीनता, दीना नाथ दयाल।

हिरदै सीतल दृष्टि सम, निरखत करैं निहाल॥

स्रोत
  • पोथी : दया बोध ,
  • सिरजक : दयाबाई ,
  • प्रकाशक : बेलडियर प्रेस , प्रयाग