बातां री बरसात है, बातां री है पून।

बिन बोल्या सब बोल दे, सब सूं मोटो मून॥

स्रोत
  • पोथी : सूळी ऊपर सेज ,
  • सिरजक : कविता किरण ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन