मोरो मन माधवे लागौ, मदसूदने मुरारे।
नारायणे रामे नरसिंघे, दामोदरे दातारे।
सतीभामा रामा हित संगे, सामी रुद्र वंभे।
वर सीत दे रुखमणी, विंदलिखमी, वालंभे।
धरणीधरे धरा दढ धारे, हरे पदम चक्र हाथे।
संक रखणे साईये सेखे, जळ साईये जगनाथे॥