मावस कथा सुने जो कोई,

दस गउ दान फल होई।

अच्युत कही अरजन कै आगै,

कथा सुनत पाप सब भागै॥

स्रोत
  • पोथी : पोथो ग्रंथ ज्ञान (अमावस्या व्रत कथा से) ,
  • सिरजक : मयाराम ,
  • प्रकाशक : जांभाणी साहित्य अकादमी, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम