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अंजस सोशल मीडिया
गुरु ही दीन दयाल गोसाईं
दयाबाई
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गुरु
ही
दीन
दयाल
गोसाईं,
गुरु
सरनै
जो
कोई
जाई।
पलटैं
करैं
काग
सूं
हंसा,
मन
को
मेटत
हैं
सब
संसा॥
स्रोत
पोथी
: दया बोध
,
सिरजक
: दयाबाई
,
प्रकाशक
: बेलडियर प्रेस , प्रयाग