A collection of traditional practices such as rituals, fairs-festivals, culinary and crafts etc.
बन्दोळी अर औखाणा दूहा, सारंगवास गाँव, सोजत सिटी, मारवाड़
विवरण
राजस्थान री धरती अलग-अलग बोळियां, जातियां अर धरमां रै मिनखां ने खजाने री तरै सम्हाळ राखिया है। उणरै कारण अठै हर गाँव, अँचळ रै लोगां री जूण में भांत-भांत री रीतां जोवण नै मिळे। उण जेड़ी'ज एक रीत परजापति समाज रै ब्याव में होवै। बठै ब्याव रै गणेश बिठावण रै बाद जेठ-बिंदणी सगळै कुटंब रै सामां एक बीजै नै नाचता हुवा ओखाणां कैवै। आं ओखाणां मांय हास्य रो एक पुट होवै। इण रीत नै अठै' दुहा देवण' री रीत कईजै।