अकबर किला अनेक, फतै किया निज फौज सूं।

अकल चलै नह अेक, पाधर लड़ै प्रतापसी॥

स्रोत
  • पोथी : दुरसा आढ़ा ग्रंथावली ,
  • सिरजक : दुरसा आढा ,
  • संपादक : भूपतिराम साकरिया ,
  • प्रकाशक : साहित्य संस्थान, राजस्थान विधापीठ, उदयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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