जा दिनतै लगे नैंन तिहारे, सो ता दिनतैं वे बिके तन त्यौं हैं।
काहूकौं ‘लाच दै काहूकौं सांच दै, काहूकौं आंच दै जाच दै ज्यौं हैं।
अंबु ज्यौं ओछै परी सफरी, नफरी भये त्यौं अकुलातसे यौं हैं।
आजु कछू फिरि काल्हि कछू परसौतै कछू तरसौतै कछू हैं॥