कुलांचा भरता

हिरण्या

अर

डरप'र भागता रोजड़ा

आँ दोन्यूं

जिस्यौ ही हुवै

सुख-दुख।

स्रोत
  • सिरजक : अंजु कल्याणवत ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै