तू खूद बळे छे

के औराँ ने बाळे छे

बता फेर यो धूँधाड़ो

कुण की चाल चाले छे।

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत ,
  • सिरजक : अंबिका दत्त ,
  • संपादक : डॉ. भगवतीलाल व्यास ,
  • प्रकाशक : राजस्थान साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर
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