'बखना' बांणीं सो भली, जां बांणीं में राम।

बकणां सुनणां बोलणां, राम बिना बेकाम॥

स्रोत
  • पोथी : बखना जी की बाणी ,
  • सिरजक : बखना ,
  • संपादक : मंगलदास स्वामी ,
  • प्रकाशक : श्री लक्ष्मीराम ट्रस्ट, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
जुड़्योड़ा विसै